बर्बर तमिलनाडु में हिंदी भाषी मजदूरों पर कातिलाना हमले

त्रिपुर से शुरू हिंसा चेन्नई तक पहुंची, दो बिहारी की मौत व 50 घायल

नवादा, मुख्य संवाददाता। तमिलनाडु में काम कर रहे हिंदीभाषी मजदूरों पर कातिलाना हमले किये जा रहे हैं। चुन-चुन कर बिहार समेत हिंदीभाषी मजदूरों पर चाकू व कुल्हाड़ी से स्थानीय लोग वार कर रहे हैं। सप्ताहभर पहले त्रिपुर से शुरू हुई हिंसा राजधानी चेन्नई तक पहुंच गई है। नवादा से वहां काम करने गए लोगों के अनुसार, अब तक हमले में दो लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि 50 से ज्यादा लोगों के घायल होने की सूचना है। हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हो पा रही है। पीड़ितों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से सुरक्षा की गुहार लगाई है।

वहां के स्थानीय लोगों का कहना है कि हिंदीभाषी मजदूरों की वजह से उन्हें काम नहीं मिल रहा है। हिंदीभाषी मजदूर कम पारिश्रमिक पर काम कर रहे हैं। इस वजह से स्थानीय लोगों की पूछ कम हो गई है। हिन्दीभाषी मजदूरों पर बर्बरता के कारण बिहार से वहां रोजी-रोटी के लिए गए मजदूरों के परिजन दहशत में हैं। वहां का स्थानीय पुलिस प्रशासन भी उनका साथ नहीं दे रहा है। हमले से जुड़े कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। जानकारी के अनुसार- नवादा, जमुई, लखीसराय, गया, भागलपुर, पटना, दरभंगा, नालंदा, मधुबनी सहित बिहार के कई जिलों के हजारों लोग तमिलनाडु के विभिन्न जिलों में काम करते हैं। इनमें से कोई मजूदरी करता है तो कोई किसी कंपनी में काम।

हिन्दी भाषी मजदूरों पर हमले से तमिलनाडु के डीजीपी का इनकार

तमिलनाडु में हिन्दी भाषी राज्यों खासकर बिहार के लोगों पर स्थानीय लोगों की तरफ से किए जा रहे हमले का वहां के डीजीपी ने खंडन किया है। इस मामले को लेकर तमिलनाडू डीजीपी ने ट्वीटर पर एक वीडियो संदेश के साथ चार ट्वीट करते हुए वास्तुस्थिति के बारे में बताया है। इसमें वायरल हो रहे वीडियो को भ्रामक बताया गया है। इससे पहले गुरुवार की सुबह बिहार के डीजीपी आरएस भट्टी ने तमिलनाडु के डीजीपी से फोन पर बात कर पूरी स्थिति पर विस्तार से चर्चा की थी। पुलिस मुख्यालय द्वारा आयोजित प्रेस वार्ता में एसटीएफ की डीआईजी किम ने स्थिति पर विस्तार से जानकारी दी। कहा कि तमिलनाडु पुलिस के अनुसार, इस मामले की सूचना मिलते ही तुरंत संज्ञान लिया गया है।

पटना, हिन्दुस्तान ब्यूरो। तमिलनाडु मामले पर वित्त, वाणिज्य कर एवं संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी ने गुरुवार को विधान परिषद में सरकार का पक्ष रखा। उन्होंने दो टूक कहा कि किसी बिहारी के साथ दूसरे राज्य में मारपीट तो छोड़िए, अमर्यादित व्यवहार भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। ऐसा होने पर सरकार सख्त कदम उठाएगी। चौधरी ने कहा कि राज्य सरकार ने तमिलनाडु की घटना को संज्ञान में लिया है और वहां की सरकार से पूरे मामले की जानकारी मांगी है। गुरुवार को परिषद की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष द्वारा तमिलनाडु में बिहारियों के साथ मारपीट का मुद्दा उठाया गया। विपक्ष ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए राज्य सरकार से इसपर संज्ञान लेने की मांग की।

विपक्ष द्वारा उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के तमिलनाडु जाने को लेकर सवाल उठाए जाने पर वित्त मंत्री ने कहा कि वह मुख्यमंत्री स्टालिन के आमंत्रण पर वहां गए थे। वहां हुई घटना का उनके तमिलनाडु दौरे से कोई लेनादेना नहीं है। मंत्री ने विपक्ष की ओर इशार करते हुए कहा कि अब इन्हें बिहारियों के पिटाने पर भी राजनीति दिखती है। विपक्षी सदस्यों द्वारा मंत्री से एक साथ कई सवाल किए गए। जवाब में राजद व जदयू सदस्यों ने भी मोर्चा खोल लिया। सभापति देवेशचंद्र ठाकुर द्वारा सरकार के मामले पर संज्ञान लिए जाने के नियमन के बाद शोरगूल शांत हुआ।

किसी बिहारी के साथ दूसरे राज्य में मारपीट तो छोड़िए, अमर्यादित व्यवहार भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। ऐसा होने पर सरकार सख्त कदम उठाएगी। तमिलनाडु की घटना को संज्ञान में लिया है और वहां की सरकार से पूरे मामले की जानकारी मांगी है।

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